Lic bima sakhi yojna: 7000 रुपए भरण सूरु के रूप में दिए जाते हैं।

Lic bima sakhi yojna: 7000 रुपए भरण सूरु के रूप में दिए जाते हैं।

भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और बीमा क्षेत्र में उनकी भागीदारी को बढ़ाने के उद्देश्य से “बीमा सखी योजना” की शुरुआत की है। यह योजना विशेष रूप से ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों की महिलाओं को लक्षित करती है, जहां आज भी बीमा जैसी सेवाओं की पहुंच सीमित है। बीमा सखी योजना न केवल महिलाओं को स्वरोजगार का अवसर प्रदान करती है, बल्कि बीमा सेवाओं को गांव-गांव तक पहुँचाने में भी सहायक सिद्ध हो रही है।


बीमा सखी योजना क्या है?

बीमा सखी योजना के तहत LIC ऐसी महिलाओं को प्रशिक्षित करती है जो अपने समुदाय के लोगों को जीवन बीमा योजनाओं के बारे में जानकारी दे सकें और उन्हें LIC की पॉलिसियों से जोड़ सकें। ये महिलाएं “बीमा सखी” के रूप में कार्य करती हैं और पॉलिसी बेचने, प्रीमियम जमा करवाने, क्लेम प्रोसेस में सहायता करने जैसे कार्यों में LIC एजेंट का सहयोग करती हैं।

बीमा सखी को उसके कार्यों के लिए कमीशन और प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है। यह एक प्रकार का अर्ध-स्वतंत्र कार्य है जिससे महिलाएं अपनी आय का स्रोत बना सकती हैं और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो सकती हैं।


बीमा सखी कौन बन सकती है?

बीमा सखी बनने के लिए निम्नलिखित योग्यताएँ आवश्यक होती हैं:

  1. न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता – कम से कम 10वीं पास होनी चाहिए।
  2. उम्र – 18 से 55 वर्ष के बीच की महिलाएं पात्र होती हैं।
  3. स्थानीय निवासी – संबंधित ग्राम/क्षेत्र की निवासी होना अनिवार्य है।
  4. समाज में अच्छी पहचान – महिला की अपने समुदाय में अच्छी प्रतिष्ठा होनी चाहिए।
  5. संचार कौशल – प्रभावी संवाद और लोगों को समझाने की क्षमता जरूरी है।

योजना के लाभ

  1. आर्थिक सशक्तिकरण – महिलाओं को आय का नियमित स्रोत मिलता है।
  2. स्वरोजगार का अवसर – महिलाएं अपने समय के अनुसार कार्य कर सकती हैं।
  3. सामाजिक सम्मान – बीमा सखी समाज में एक सम्मानित स्थान प्राप्त करती है।
  4. ग्रामीण क्षेत्रों में बीमा का विस्तार – बीमा सखी गांवों तक बीमा सेवाएं पहुँचाती हैं जिससे अधिक लोग LIC की योजनाओं से जुड़ते हैं।

प्रशिक्षण और सहयोग

LIC बीमा सखी को प्रशिक्षण देती है जिसमें उन्हें बीमा उत्पादों की जानकारी, दस्तावेजी प्रक्रिया, डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग, ग्राहक सेवा और व्यवहारिक कौशल सिखाया जाता है। प्रशिक्षण के बाद उन्हें एक पहचान पत्र और आवश्यक सामग्री दी जाती है जिससे वे LIC का प्रतिनिधित्व कर सकें।


सरकार और LIC की भूमिका

बीमा सखी योजना को सरकार का भी सहयोग प्राप्त है। यह योजना महिला सशक्तिकरण और वित्तीय समावेशन की दिशा में एक प्रमुख पहल है। LIC इस योजना को पूरे देश में लागू करने की दिशा में कार्य कर रहा है और हर जिले में बीमा सखी नियुक्त करने का लक्ष्य है।


निष्कर्ष

LIC की बीमा सखी योजना महिलाओं को न केवल आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाती है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में बीमा जागरूकता फैलाने का कार्य भी करती है। यह योजना महिला सशक्तिकरण, वित्तीय समावेशन और सामाजिक परिवर्तन का उत्कृष्ट उदाहरण है। यदि इसे सही दिशा में और व्यापक स्तर पर लागू किया जाए, तो यह लाखों महिलाओं के जीवन में बदलाव ला सकती है।


यदि आप भी बीमा सखी बनना चाहती हैं, तो अपने नजदीकी LIC शाखा कार्यालय से संपर्क करें और इस सशक्त पहल का हिस्सा बनें।

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